करने के लिए राष्ट्रीय प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन तंत्र के
2.
राष्ट्रीय प्राकृतिक संसाधन प्रंबधन प्रणाली (एनएनआरएमएस)
3.
फोटो भू-विज्ञान और रिमोट सेंसिंगमहत्वपूर्ण उपलब्धियों में राष्ट्रीय प्राकृतिक संसाधन प्रबंध पद्धति (एन.
4.
अंतरिक्ष विभाग, राष्ट्रीय प्राकृतिक संसाधन प्रंबधन प्रणाली के कायॉन्वयन के लिए नोडल एजेंसी
5.
राष्ट्रीय प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन प्रणाली (एनएमआरएमएस) की विस्तृत जानकारी दी गई है।
6.
पर्यावरण एवं वन मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन प्रणाली (एनएनआरएमएस) पर जानकारी प्राप्त करें।
7.
अधिक जानकारी राष्ट्रीय प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन प्रणाली (एनएनआरएमएस) पोर्टल पर उपलब्ध मुखपृष्ठ | हमारे बारे में | इसरो केंद्र | प्रमोचन यान | उपग्रह | भू सुविधाएँ | हमारे अध्यक्ष
8.
आई. आई.आर.एस, स्नातकोत्तर स्तर पर विश्वविद्यालय के संकाय को प्रति वर्ष 8 सप्ताह की अवधि के लिए विशिष्ट पाठ्यक्रम आयोजित करने के लिए राष्ट्रीय प्राकृतिक संसाधन प्रबन्धन प्रणाली (एन.एन.आर.एम.एस) द्वारा मान्यता प्राप्त कर ली है ताकि वे अपने विशिष्ट क्षेत्र में सुदूर संवेदन और जी.आई.एस के विशिष्ट विषयों पर शिक्षा प्रदान कर सकें और अपनी संस्थान में सुदूर संवेदन और जी.आई.एस उपयोग पर एम.टेक/एम.एस.सी/स्नातकोत्तर डिप्लोमा जैसे नये कार्यक्रमों की शुरूआत कर सकें। आई.आई.आर.एस पूरे भारत में फैले लगभग 800 विश्वविद्यालय के संकाय को प्रशिक्षित किया है।
9.
उन्होंने इसरो में प्रशंसनीय रूप से कई निर्णायक पदों पर कार्य किया, जैसे प्रादेशिक सुदूर संवेदन केंद्रों की स्थापना के परियोजना निदेशक (1987-1989); संपूर्ण इसरो के बजट और आर्थिक विश्लेषण के निदेशक (1987-97), राष्ट्रीय प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन प्रणाली-प्रादेशिक सुदूर संवेदन सेवा केंद्र के निदेशक (1989-97) दीर्घकालीन विकास के लिए समेकित मिशन के मिशन निदेशक तथा राष्ट्रीय सुदूर संवेदन एजेंसी के उप निदेशक (1997-2000); राष्ट्रीय सुदूर संवेदन एजेंसी के निदेशक (2005-08); विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र के निदेशक (2007-09); तथा कुछ समवर्ती उत्तरदायित्वों के साथ सदस्य, अंतरिक्ष आयोग (अक्तूबर 2008-अक्तूबर 2009)।